पिछले तीन-चार सालों में अपने इंडियन मार्केट में किनोवा ने अच्छी-खासी जगह बनाई है, अपने हेल्थ-जुड़े बेनिफिट्स की वजह से। यह किनोवा खाने का क्रेज भारत के लोगों में बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि आसानी से तो नहीं, लेकिन हम मॉल्स में खुले फूड आउटलेट्स में आपको मिल जाता है। वहीं, कुछ ही कॉमर्स वेबसाइट पर भी आपको किनोवा भागता हुआ मिल जाएगा। लेकिन आखिर यह किनोवा है क्या? क्यों हेल्थ के मामले में ज्यादा बेनेफिशियल बनाया गया है? आइए जानते हैं, अचानक से इतना पॉपुलर कैसे हो गया इंडियन मार्केट में ‘स्किनव’ और क्या है इसे खाने के फायदे।
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What is quinoa in Hindi?
दरअसल, भारत की बाकी अनाजों जैसे गेहूं, चावल, दाल की तुलना में, ‘किनोवा’ एक मल्टी प्रोटीन सीड quinoa seeds in hindi है। इसे अनाज की तरह ही इस्तेमाल किया जाता है। साउथ अमेरिका से आया यह अनाज पिछले चार-पांच सालों में भारतीय मार्केट में काफी फेवरेट बन गया है। साउथ अमेरिका में इसका इस्तेमाल खास तौर पर खाद्य बनाने के लिए किया जाता है और इसमें नौ तरह के अमीनो एसिड्स होते हैं। ‘किनोवा’ में पोटैशियम, मैग्नीशियम, और कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होती है, इसीलिए हेल्थ-कॉन्शियस लोग इसे अपने डाइट में शामिल करना पसंद करते हैं। यह न केवल आपके न्यूट्रिशन को बेहतर करता है, बल्कि कई तरह की बीमारियों से छुटकारा दिलाने में भी मददगार है।
दरअसल, प्रोटीन से भरपूर किनोवा” में हर तरीके का अमीनो एसिड पाया जाता है। स्पेशली इसमें लाइसिन होता है, जो पूरे शरीर में 30 रूस के डेवलपमेंट को लेकर काफी बढ़ावा देता है। वहीं पर ‘किनोवा’ आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ई, पोटेशियम, और फाइबर का भी एक अच्छा स्रोत है। यह कुछ-कुछ ‘रागी’ और ‘चने’ की तरह दिखता है, लेकिन किनोवा उनमें से किसी की भी तुलना में ज्यादा स्वादिष्ट है। ‘किनोवा” का एक रोचक रूप है, जो तकनीकी तौर पर एक अनाज नहीं है, बल्कि एक फसल है। जब समय मिलेगा, यह एक सीड है, जो हजारों वर्षों से उगाया जाता है और स्पेशली यह साउथ अमेरिका में खाद्य बनाने में इस्तेमाल होता है। यह पालक और बीट रूट से रिलेटेड है। वैसे, यह साउथ अमेरिका के अलावा यूरोप, चाइना, और कैनेडा में भी एक मुख्य फूड के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
इसके टाइप के बारे में बात करते हैं। वैसे तो 120 टाइप्स में होते हैं, लेकिन मार्केट में आपको मुख्यतः तीन तरह के मिलेंगे, जो सबसे ज्यादा इस्तेमाल होते हैं और सबसे ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
किनोवा’ किस तरीके से फायदेमंद है?
फाइबर से भरपूर है किनोवा
सबसे पहले फाइबर है। इसमें कम कैलोरी होती है; 100 ग्राम की मात्रा में 120 कैलोरी और फैट केवल दो ग्राम शामिल होता है। बाकी ग्रीन्स की तुलना में इसमें बहुत कम फैट होता है। अपने वजन के बारे में चिंतित लोग, जो अपने वजन को लेकर परेशान रहते हैं, उनकी चिंता को कम करने में ‘स्किनव’ काफी फायदेमंद है और वे इसका सेवन करना काफी पसंद करते हैं।ज्यादा लाभकारी इसका दूसरा फायदा है प्रोटीन का अच्छा स्रोत है।किनोवा को प्रोटीन और अमीनो एसिड का एक समृद्ध स्रोत बताया गया है। इसमें 9 जरूरी अमीनो एसिड्स होते हैं, जो आम तौर पर बाकी खाद्य पदार्थों में नहीं पाए जाते हैं।
वजन घटाने में मदद गार है किनोवा
वजन घटाने में काफी मदद करता है। एक रिसर्च में यह बात कही गई है कि गेहूं, चावल, और अन्य अनाजों की तुलना में ‘स्किनव’ खाने से भूख ज्यादा नहीं लगती है। यह उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है, जो अपने खाने की मात्रा को कंट्रोल करना चाहते हैं और अपने वजन को कम करना चाहते हैं।
दिल का दोस्त है किनोवा
इसके अलावा, ‘किनोवा’ खाने का फायदा है कि हार्ट के लिए काफी अच्छा होता है। इसमें हाई क्वालिटी प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ कम ग्लाइसेमिक वैल्यू होती है। ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फेटी एसिड्स के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं। यह भविष्य में हार्ट रिलेटेड बीमारियों के जोखिम को कम करता है और आपके पूरे शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है।
डाईबेटिक मरीजों के लिए फायदे मंद
किनोवा” डायबिटिक पेशेंट्स के लिए भी काफी अच्छा होता है। यह डायबिटीज और ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को काफी हद तक नियंत्रित करता है। इसके अलावा, ‘स्किनव’ को पकाने में बहुत कम समय लगता है; 12 से 15 मिनट में पक जाता है। यह बड़ी फैमिली के लिए एक आसान भोजन का विकल्प है।
किनोवा का उपयोग कैसे करें?
आखिरी सवाल यह आता है कि क्विनोआ को आप किस तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन यह एक तरह का अनाज है, तो इसे आप अनाज की तरह ही इस्तेमाल करेंगे। यानी चावल की जगह आप इसे इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे आप चावल बनाते हैं, चाहे वह खिचड़ी बनाकर इस्तेमाल करते हैं या उबाल के इस्तेमाल करते हैं। इसी तरीके से आप क्विनोआ को बना सकते हैं। इसके साथ-साथ, क्विनोआ का आटा भी मार्केट में मिलता है, तो इसकी रोटी बनाकर भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
या फिर आप इसे ओट्स की जगह पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह ठीक वैसे ही बनाते हैं जैसे ओट्स, पानी में या दूध में। रेगुलरली अगर आप इसे इस्तेमाल करेंगे, तो इससे आपको ज्यादा बढ़िया इफेक्ट मिलेंगे। लेकिन अगर आप रेगुलर इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं, तो हफ्ते में तीन से चार बार भी इसका इस्तेमाल कर लेंगे, तो आपको काफी बढ़िया बेनिफिट्स मिलना शुरू हो जाएंगे।
क्विनोआ, जो कि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय बाजार में तेजी से लोकप्रिय हो गया है, अपने स्वास्थ्य लाभों के कारण एक महत्वपूर्ण खाद्य सामग्री बन चुका है। इसका दक्षिण अमेरिकी मूल होने के बावजूद, इसके पौष्टिक तत्व और विभिन्न स्वास्थ्य लाभों ने इसे भारतीय लोगों के बीच एक पसंदीदा विकल्प बना दिया है। क्विनोआ को आप चावल, खिचड़ी, और ओट्स की जगह पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके आटे से भी रोटी बनाई जा सकती है। यह कम समय में पक जाता है, जिससे यह व्यस्त दिनचर्या वाले लोगों के लिए आदर्श भोजन विकल्प बन जाता है। अंततः, क्विनोआ का भारतीय आहार में शामिल होना एक सकारात्मक कदम है, जो स्वस्थ जीवनशैली के प्रति बढ़ते जागरूकता को दर्शाता है। इसके नियमित सेवन से आप न केवल स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन का आनंद ले सकते हैं, बल्कि अपने स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकते हैं।