वैसे तो यह फल हर जगह मिल जाएगा पर उत्तराखंड में यह भारी मात्रा में मिलता है। चकोतरा को ग्रेपफ्रूट के नाम से भी जाना जाता है और ये साइट्रस परिवार की प्रजाति का फल है। देखने में यह मौसंबी या संतरे की तरह दिखता है लेकिन साइज में उनसे थोड़ा बड़ा होता है। वहीं इसके स्वाद की बात की जाए तो खाने में थोड़ा सा खट्टा और मीठा स्वाद आता है। चकोतरा(Grapefruit) नमक या फल अपने हेल्थ बेनिफिट्स के कारण देशभर में काफ़ी फेमस है। इस फल में कई आवश्यक विटामिनस और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर के लिए लाभदायक हैं। चकोतरा(Grapefruit) में कम कैलोरी के साथ-साथ अत्यधिक मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है। आप इसे ताज़ा खा भी सकते है साथ ही इसका जूस, सलाद, मिठाई और पेय जैसे विभिन्न डिश में भी उपयोग कर सकते हैं।
चकोतरा(Grapefruit) में बहुत सारी गंभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है। इस्मे बायोफ्लवोनोइड्स और दूसरे तत्व होने के कारण इसको खाने से कैंसर, दिल की बीमारी और ट्यूमर का खतरा भी कम हो जाता है। एक रिसर्च के अनुसार चकोतरा(Grapefruit) पेक्टिन, फाइबर और विटामिन सी जैसे अन्य न्यूट्रएंट्स का अच्छा सोर्स हैं। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के कारण सेल्स को डैमेज होने से भी बचाता है। तो आईए जानते हैं चकोतरा(Grapefruit) का सेवन करने से शरीर को किन चीजों का फायदा होता है।
चकोतरा(Grapefruit) खाने के फायदे
गठिया रोग से दिलाए छुटकारा
गठिया रोग एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति का चलना फिरना मुश्किल हो जाता है। ज्यादा उम्र वाले लोगों में यह समस्या आम दिखाई देती है। जिनको गठिया की समस्या होती है उन लोगों को कैल्शियम का सेवन करना चाहिए, कैल्शियम हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। ऐसे में चकोतरा(Grapefruit) फल उनके लिए काफी लाभदायक है क्योंकि चकोतरा(Grapefruit) में नेचुरली कैल्शियम पाया जाता है। जो आपकी हड्डियों को मजबूत करता है और घटिया रोग से भी छुटकारा दिला सकता है।
बुखार में दे आराम
बुखार से पीड़ित व्यक्ति के लिए भी चकोतरा(Grapefruit) फायदेमंद है। इसमें नेचुरली कीनीन पाया जाता है, जो मलेरिया में बुखार के असर को काफ़ी हद तक कम कर देता है। और नियमित सेवन करने से मलेरिया जैसी बीमारी होने का खतरा भी कम रहता है।
चकोतरा(Grapefruit) के सेवन से कैंसर से बचे
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज काफी मुश्किल होता है और जिसका खर्चा भी बहुत ज्यादा होता है। कई लोगों में देखा क्या है कि अगर कोई एक बार कैंसर से पीड़ित हो जाता है, तो बहुत कम ही लोग ऐसे होते जो इससे बच पाते हैं। और यह भी देखा गया है की शुरुआत में कैंसर का पता भी नहीं चलता है लास्ट स्टेज में जाकर कैंसर का पता चलता है। ऐसे में अगर आप निरंतर चकोतरा(Grapefruit) का सेवन कर रहे हैं, तो आप कैंसर की समस्या से बच सकते हैं। चकोतरा(Grapefruit) में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं जो इसे आपके शरीर में बढ़ने से रोक सकते हैं। वही विशेषज्ञों के अनुसार इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट उन फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं जो हमारे शरीर में कैंसर को उत्पन्न करते हैं।
चकोतरा(Grapefruit) Diabetes को करे कंट्रोल
भारत के लोगों में आमतौर पर एक कॉमन बीमारी देखने को मिल रही है और वो है डाइबिटीज। प्रेजेंट टाइम में भारत का हर चौथा आदमी डायबिटीज की समस्या से जूझ रहा है। अगर आप भी डायबिटीज की समस्या से परेशान है, तो चकोतरा(Grapefruit) फल आपके लिए काफी फायदेमंद साबित रहेगा। दरअसल, इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स (glycemic index) कम होता है। जिससे यह हमारी बॉडी को न्यूट्रिएंट्स प्रदान करता है और ब्लड शुगर लेवल पर भी कोई नेगेटिव इफेक्ट नहीं डालता है।
जो लोग नियमित चकोतरा(Grapefruit) का सेवन करता है उनका शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और ब्लड प्रेशर (बीपी) जैसी प्रॉब्लम भी कम होती है।
Immunity power को करे बढ़ाए
चकोतरा(Grapefruit) में विटामिन ए (Vitamin A) और विटामिन सी (Vitamin C) की भरपूर मात्रा पाई जाती हैं साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी होते हैं। जिससे आपके शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है और आपका शरीर बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के लिए Capable हो जाता है। वे लोग जिनकी उम्र ज्यादा है और वे जो धूम्रपान करते हैं उन्हें चकोतरा(Grapefruit) का सेवन करना चाहिए। क्योंकि ऐसे लोगों को विटामिन सी का सेवन करना चाहिए जो चकोतरा(Grapefruit) में भरपूर होता है।
Digestive System को करे ठीक
अगर आपका डाइजेस्टिव सिस्टम सही से काम नहीं कर रहा है आपको खाना पचाने में प्रॉब्लम आ रही है तो आप चकोतरा(Grapefruit) का सेवन करें। डाइजेस्टिव सिस्टम को सही रखने के लिए चकोतरा(Grapefruit) बहुत ही अच्छा फल है। चकोतरा(Grapefruit) में फ्लैवोनॉइड पाया जाता है जिससे डाइजेशन प्रक्रिया आसान हो जाती हैं। आप जो खाना खाते है वो आसानी से पेट में पच जाता है। चकोतरा(Grapefruit) में ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट है जिसमें एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल जैसे गुण भी पाए जाते हैं।
चकोतरा(Grapefruit) वजन कम करने में मददगार
आजकल के खान-पान से वजन बढ़ाने की समस्या आम हो गई है। ऐसे में अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो, चकोतरा(Grapefruit) का रेगुलर सेवन करने से वजन में भी कटौती कर सकते हैं। दरअसल चकोतरा(Grapefruit) में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो वजन कम करने के लिए लाभदायक है। साथ ही इसके सेवन से भूख भी कम लगती है। इसके अलावा चकोतरा(Grapefruit) में कैलरी की मात्रा भी कम होती है। वजन कम करने के लिए आप अंगूर और चकोतरा(Grapefruit) का रस मिलाकर रेगुलर पीते हैं तो आपको फायदा मिल सकता है।
Acidity कंट्रोल करे
अगर आप एसिडिटी की समस्या से जूझ रहे हैं तो चकोतरा(Grapefruit) के रस का सेवन करें, इससे आप एसिडिटी ख़त्म कर सकते हैं। चकोतरे का रस डाइजेशन के लिए इंटेस्टाइन (Intestine) में एक एल्कलाइन (alkaline) बनाता है। चकोतरा(Grapefruit) फल में सिट्रिक एसिड (Citric Acid) की भरपूर मात्रा होती है, जिसके कारण इसमें एल्कलाइन की मात्रा बढ़ जाती है। यही कारण है कि चकोतरे का रस पीने से एसिडिटी कम होती है और शरीर में एसिडिटी भी नही बनने देता। ऐसे में जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या है, उन्हें रेगुलर चकोतरा(Grapefruit) का रस पीना चाहिए।
Blood Pressure और Heart के लिए फायदेमंद
चकोतरा(Grapefruit) में फाइबर, पोटेशियम, लाइकोपीन, विटामिन सी और कॉलिन का कंबीनेशन पाया जाता है, जो आपके ब्लड प्रेशर और हृदय को बहुत फायदा पहुंचा सकता है। एक स्टडी के अनुसार आप जो Diet ले रहे है उसमें पोटेशियम (Potassium) की मात्रा ज्यादा होनी चाहिए और नमक की मात्रा कम होनी चाहिए। इससे शरीर का ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, और इसके कारण होने वाली बीमारियों से भी फायदा मिल सकता है। चकोतरा(Grapefruit) के सेवन से शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है और खराब कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है जो हमारे Heart के लिए अच्छा माना जाता है।
निष्कर्ष
तो आप सब लोगों ने चकोतरा(Grapefruit) के फायदे के बारे में तो देख ही लिया है। चकोतरा(Grapefruit) कई तरह की बीमारियों से लड़कर हमारे शरीर को फायदा पहुंचता है। लेकिन चकोतरा(Grapefruit) खाने से या उसका जूस पीने से आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी होती है तो आपको इससे बचना चाहिए। इससे आपको स्वास्थ्य लाभ न होकर साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं। साथ ही प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बिना चकोतरा(Grapefruit) बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए।