Makki ke roti ka benefits hindi me Makki ke roti ka benefits hindi me

जानिए क्यों कहा जाता है मक्की को सुपर फ़ूड? Benefits of Makki ki roti

Makki ke roti ka benefits hindi me

अगर आप भारत में रहते हैं तो आपके पास अनाजों में खाने के लिए बहुत से विकल्प होंगे। इन विकल्पों में सबसे खास और गांव के इलाकों में जो मशहूर है वह है मकई की रोटी। जी हां, आपने बिल्कुल सही समझा। हम बात कर रहे हैं मक्के की रोटी या मकई की रोटी की Benefits of Makki ki roti ।  जो भारत के प्रमुख व्यंजनों में से एक है।  इसका स्वाद और महक बहुत ही लुभावनी होती है। जो लोगों को इसे अपनी तरफ आकर्षित करती है। इस रोटी को गांव के इलाकों में ज्यादातर साग के साथ खाया जाता है। लेकिन हम यह नहीं कह सकते कि इसने शहरों पर इस अनाज ने अपना राज नहीं जमाया है। इसे पसंद करने वाले किसी न किसी रूप में किस जरूर खाते हैं। तो आज हम बात करेंगे मक्की की रोटी की और समझेंगे कैसे मक्की का आटा आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही जानेगा कि इसको अपने आहार में शामिल करने से किसी व्यक्ति को क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं। और जरूरी होगा जनना इसके वैज्ञानिक तथ्यों के बारे में और समझते है की क्यों कहा जाता इसे एक सुपर फ़ूड?

मक्की की तासीर : Makki ki Taseer

ऐसा देखा गया है कि मक्की की रोटी को लोग अक्सर सर्दियों के मौसम में खाते हैं। सर्दियों के मौसम में भी इसे गरमा गरम परोसा जाता है। कुछ लोग इसके ऊपर घी लगाकर तो वहीं कुछ लोग इसे मक्खन के साथ खाना पसंद करते हैं। इस सब के पीछे की वजह अगर देखी जाए तो, मक्की की तासीर गर्म मानी जाती है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर कोई व्यक्ति मक्की का सेवन कर रहा है तो उसके शरीर में एक तरह से गर्मी पैदा हो सकती है। Benefits of Makki ki roti और इसी गर्मी के असर की वजह से उसको शरीर में ऊर्जा मिलती है और ठंड के मौसम में काफी आरामदायक और सहज महसूस होता है।

Makki ki roti khaane ke fayde

अब बात करते हैं मक्की की रोटी को खाने के फायदे की। जैसा कि हमने पहले भी कहा कि यह आटा पोषण भरपूर होता है। तो जाहिर सी बात है कि यह आपके शरीर में बहुत सी ऊर्जा पैदा करता है जिससे आपको काम करने में ताकत मिलती है। और आपका शरीर बीमारियों से लड़ने में भी सहज महसूस करता है। अक्सर देखा जाता है कि सर्दी के मौसम की वजह से लोग जल्दी बीमार पड़ते हैं लेकिन अगर कोई व्यक्ति मकई के आटे को खाता है  तो उसको बीमारियों से लड़ने में ताक़त मिलती है।

पोषण से भरपूर ( Rich in Nutrition)

स्वादिष्ट से भरपूर यह मक्के की रोटी विटामिन मिनरल्स और फाइबर से भरपूर है। वहीं अगर साइंटिफिक तथ्यों की बात की जाए तो, इसमें पाए जाते हैं Vitamin B1, Vitamin B2, Vitamin B3 जैसे कुछ कंपलेक्स जो शरीर में ऊर्जा उत्पादन का काम करते हैं।  साथ ही इन कंपलेक्स की वजह से व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म और पाचन तंत्र भी सुधरता है। इसमें पाया जाता है Vitamin C और जो कि एक एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर को विषैला पदार्थ से बचाता है और यह है इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम भी करता है। इसमें पाया जाने वाला मैग्नीशियम और फास्फोरस हड्डियों को स्ट्रांग बनाकर रखने का काम करता है। और मांसपेशियों की संकुचन की प्रक्रिया के लिए भी बहुत जरूरी होता है।

फाइबर का अच्छा स्रोत (Good source of Fibres)

मानव शरीर के लिए फाइबर बहुत ही जरूरी है, क्योंकि फाइबर की वजह से ही मानव शरीर आसानी से मल त्यागने में कारगर हो पता है। मक्की की रोटी में बहुत ज्यादा मात्रा में फाइबर पाया जाता है। फाइबर पाए जाने की वजह से यह है पाचन तंत्र को सुधारता है और जिस किसी को भी कब्ज की समस्या है उसे काफी मात्रा में राहत देने का काम करती है। यह छोटी आंत और बड़ी आंत के काम को भी बेहतर करती है। अगर बात की जाए वजन को कंट्रोल करने की तो मक्की की रोटी ने उसने भी  काम कर दिखाया है। बहुत से वैज्ञानिको की तरफ से यह बात मानी गई है कि मकई की रोटी खाने से मानव शरीर को भरपूर आहार मिलता है। जिससे पेट जल्दी भर जाता है पेट जल्दी भर जाने की वजह से ज्यादा भोजन खाने की इच्छा नहीं रहती और वजन को नियंत्रण में करने का काम भी हो सकता है।

ग्लूटेन-मुक्त (Free from Gluten)

जिन लोगों को Celiac disease होती है, उनके लिए मक्की की रोटी किसी वरदान से कम नहीं है। क्योंकि इस बीमारी में व्यक्ति को ग्लूटेन नहीं पचता। गेहूं के आटे में ग्लूटेन मौजूद होता है लेकिन मक्के का आटा बिल्कुल ग्लूटेन फ्री होता है। इसी वजह से इस बीमारी के लोगों के लिए मक्की का आटा वरदान कहा गया है। इस आटे को खाने से व्यक्ति को वह कोई भी परेशानी नहीं होती जो ग्लूटेन वाला आटा खाने की वजह से होती है।

दिल के मरीजों के लिए लाभकारी ( Beneficial of Heart Patients)

जिन लोगों को दिल से जुड़ी कोई बीमारी होती है अक्सर उन्हें लो कोलेस्ट्रॉल वाला खाना खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में मक्की की रोटी उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। क्योंकि मक्की की रोटी में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह कुछ ऐसे तत्व हैं जो दिल के स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं। इनमें ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने की भी ताकत है और यह किसी को भी एकदम से होने वाले हार्ट अटैक को काफी हद तक काम कर सकते हैं और कोलेस्ट्रॉल का लेवल मेंटेन करने में मददगार होते हैं।

त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद (Good for Hairs and Skin)

त्वचा और बालों की रंगत हर कोई निखारना चाहता है। लेकिन जो लोग इस बात को जानते हैं कि मकई में Vitamin B और Vitamin C दोनों ही मौजूद है वह कभी भी इस आटे को अपनी आहार में शामिल करने से कतराते नहीं। असल में Vitamin C और Vitamin B दो ऐसे तत्व हैं जो त्वचा को युवा बनाए रखने के लिए जरूरी होते हैं। मकई में यह दोनों ही भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।  साथ ही फास्फोरस और मैग्नीशियम बालों की रंगत को सुधारने का काम करता है और बालों को चमकदार बनाने में मददगार है। बहुत सी रिसर्च में यह पाया गया है कि मैग्नीशियम और फास्फोरस से युक्त आहार लेने से बाल और त्वचा बेहतर बनते हैं।

डायबिटीज नियंत्रण में सहायक (Helpful in controlling Diabetes)

मकई की रोटी में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसका मतलब है कि यह ब्लड शुगर के स्तर को अचानक नहीं बढ़ाता। यह डायबिटीज मरीजों के लिए एक अच्छा विकल्प है क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए (Good for bones)

मकई में कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम की उपस्थिति हड्डियों को मजबूत बनाने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे हड्डियों की बीमारियों से बचाने में सहायक होती है।

Makki ki roti kaise banean(How to make Makki ki Roti)

मकई की रोटी बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में मकई का आटा और गेहूँ का आटा (यदि उपयोग कर रहे हैं) छान लें और उसमें नमक मिलाएं। फिर, धीरे-धीरे गर्म पानी डालते हुए आटे को गूंथें, ध्यान रखें कि आटा न तो बहुत ढीला हो और न ही बहुत कड़ा; इसे मध्यम नरमी का होना चाहिए। गूंथे हुए आटे को ढककर 10-15 मिनट के लिए रख दें। इसके बाद, आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और इन्हें बेलन से बेलें। बेलते समय, बेलन और आटे पर थोड़ा मक्की का सुखा आटा छिड़कें ताकि आटा चिपके नहीं।

अब  तवे को हल्का पर गर्म करें और बेलकर तैयार की गई रोटी को तवे पर डालें। कुछ सेकंड बाद, जब रोटी के किनारे पर बुलबुले बनने लगें, तो उसे पलटें और दूसरी ओर भी सेंक लें। आप अगर चाहें तो रोटी को  सीधा आग पर भी सेका जा सकता  हैं ताकि जब आप देखे को रोटी हल्की सी चपटी और क्रिस्पी हो गई है तो इसे आंच से उतार कर, परोसे।। अंत में, गरमागरम मकई की रोटी को दही, आचार और सब्जियों के साथ परोसें। 

मक्की की रोटी एक स्वस्थ और पौष्टिक आहार का हिस्सा है जो विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसमें उच्च पोषण तत्व, फाइबर, और ग्लूटेन-फ्री गुण होते हैं जो इसे एक आदर्श आहार बनाते हैं। अपने आहार में मकई की रोटी को शामिल करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, अगली बार जब आप अपने भोजन के लिए कुछ खास बनाने का सोचें, तो मकई की रोटी को अपने मेनू में शामिल करना न भूलें। इसके लाभों को अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकते हैं।

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